वल्र्ड असोसियएशन ऑफ न्यूज पेपर ने मुझे विश्व में सबसे अधिक पढ़े जाने वाले समाचार पत्र का खिताब दिया - वर्ष यह तमगा मेरे पास 2003 से अनवरत है। विश्व स्तरीय संस्था बीबीसी-रॉयटर्स ने समाचार के मामले में मुझे सबसे विश्वसनीय स्रोत बताया है। देश के 11 राज्य - 37 संस्करण और 6.87 करोड़ पाठक संख्या - आपके द्वारा दिए गए सतत दिए गए प्यार और विश्वास का ही परिणाम है।
Các bác sĩ cho biết:
अगस्त 1942 - देश ने एक क्रान्ति देखी, झाँसी ने 2, महज एक सप्ताह के अन्तराल में ही। 9 अगस्त 1942 को महात्मा गाँधी का ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’नारा पूरे देश में एक साथ गूँजा और इसके ठीक एक सप्ताह बाद 15 अगस्त को मेरा झाँसी में जन्म हुआ। तब कौन जानता था 15 अगस्त के महत्व को आह्लादित हूँ कि तब की एक साधारण-सी तारीख आज पूरे विश्व में भारतवासियों के लिए गौरव का दिन बन गई तब जिन परिस्थितियों में मैंने अपने-आपको आपके लिए जीवन्त बनाए रखा - याद आते ही मन सिहर उठता है। ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ तब न तो क्रान्तिकारियों की हुंकार मद्धिम पड़ी और न ही मेरे तेवर। परिणाम आपके सामने है - झाँसी जैसे छोटे से शहर में मैंने 15 अगस्त 1942 को आपकी जिस आवा़ज को उठाया, आज वो पूरे देश में गूँज रहा है - अनवरत।
आप सभी का हृदय से आभार।
आपका
दैनिक जागरण
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