Rajasthan Shikshak Sangh Yuwa
राजस्थान शिक्षक संघ युवा एक युवा विचारधारा का नाम है। एक ऐसी विचारधारा जो शिक्षा, शिक्षक व समाज के विकास में भागीदार बन सके। शिक्षक को राष्ट्र निर्माता कहा जाता है। युवा संघ का मानना है कि मानव समाज में जो व्यक्ति अपनी विद्वता अपने कौशल से दूसरे लोगों के व दूसरे के के स्तर में सुधार लाए वो हमारा मानना है कि समाज में शिक्षा होगी तो शिक्षक होंगे और शिक्षक होंगे तो समाज का विकास होगा। विश्व में 21 वीं सदी भारत की होगी इसको वास्तविक धरातल पर हमें ही उतारना है।
राजस्थान शिक्षक संघ युवा का उद्भव राजस्थान तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 की नियुक्ति के साथ ही शुरू हो गया। 2012 में राजस्थान में शिक्षा क्षेत्र में घोर निराशा का वातावरण था। सरकार के शिक्षा क्षेत्र संबंधी नीतिगत निर्णयों को विद्यालय स्तर पर वास्तविक स्वरूप देना संभव नहीं हो रहा था। लेकिन 2012 भर्ती के युवा शिक्षक साथियों के कौशल और विद्वता को सबसे पहले तत्कालीन शिक्षा मंत्री ने पहचाना और क्षेत्र में कई तकनीकी निर्णय लिए सरकार के आमूल चूल परिवर्तनों को इन्हीं युवा साथियों ने वास्तविक धरातल पर उतारा। लेकिन शिक्षा क्षेत्र में सुधार करते करते सरकार ने शिक्षकों के हकों को दरकिनार कर दिया। जब युवा शिक्षकों को लगा कि जब हम हमारे विद्यालय में इतनी मेहनत और लग्न के साथ सरकार के साथ कंधा मिलाकर काम कर हम शिक्षकों को? साथियों सरकार की वो भूल तथा शिक्षकों का वो आक्रोश ही युवा संघ निर्माण का कारण बना। हमें स्थाईकरण व वेतन नियमितीकरण के लिए संघर्ष शुरू किया। राजस्थान के हर कौने से आवाज उठी। हमने उस आवाज को संगठित कर युवा संगठन का नाम दिया।